पर्यावरणविद् मानते हैं कि कोरोना वायरस के संक्रमण ने पूरी दुनिया को ठहरा दिया है। सारी गतिविधियां ठप हैं तो प्रदूषण से लगातार राहत मिलती दिख रही है। ये हालात कोरोना से लड़ने के अनुकूल बन रहे हैं। उनके इस भरोसे का आधुनिक विज्ञान भी समर्थन करता दिखता है।
अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का शोध बताता है कि अगर कोई गंभीर रूप से वायु प्रदूषित इलाके में रहता है और वह कोरोना से संक्रमित होता है तो उसके मौत की आशंका में 15 फीसद इजाफा हो जाता है। प्रकृतिविदों का मानना है कि प्रकृति अपना स्वयं इलाज कर रही है। जब ये अपने को स्वस्थ कर लेगी तो इंसानों को भी स्वस्थ रखने में सक्षम होगी।
1. जैव विविधता से खिलवाड
2. हैं खतरनाक
3. जंगली जानवरों से आए 142 वायरस
4. चूहे या कुत्ते, काल के दूत
स्रोत: पशुओं से फैलते हैं संसार के 70 प्रतिशत भयानक रोग, इन्हें खाकर मानव करता है सत्यानाश
अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का शोध बताता है कि अगर कोई गंभीर रूप से वायु प्रदूषित इलाके में रहता है और वह कोरोना से संक्रमित होता है तो उसके मौत की आशंका में 15 फीसद इजाफा हो जाता है। प्रकृतिविदों का मानना है कि प्रकृति अपना स्वयं इलाज कर रही है। जब ये अपने को स्वस्थ कर लेगी तो इंसानों को भी स्वस्थ रखने में सक्षम होगी।
1. जैव विविधता से खिलवाड
2. हैं खतरनाक
3. जंगली जानवरों से आए 142 वायरस
4. चूहे या कुत्ते, काल के दूत
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