जैसे की सब जानते ही हैं की लॉक डाऊन के कारण हम सब घरों में मजबूरी मैं फंसे बैठे हैं। घर के कामों के लिए बाहर से आनेवाले कर्मियों पर भी बंदी है। तो घर के कामों को कर रहे सदस्यों पर काम का बोझ बड़ गया है। कुछ एक सदस्य लगभग बिल्कुल ही खाली भी हो गये हैं। कहने की आवश्यकता नहीं है, घर के कामों को सब सदस्य मिल-बांट कर ही रहे होंगे और करना भी चाहिए ताकि किसी पर भी बोझ ना बढें। इस समय कई और रोग हावी हो सकते हैं हम पर, आयु, शारीरिक संरचना, अपनी-अपनी रोग प्रतिरोधक शक्ति के अनुसार। जिसमें से कुछ रोग इस समय 40-50 से ऊपर की आयु के लोगों को तो जल्दी घेर ही सकते हैं पर 20-50 वाले भी कोई 100% सुरक्षित तो नहीं हैं। जैसे की ह्रदय रोग, मानसिक अवसाद, विटामिन और खनिजों (minerals) की कमी, शुगर और ब्लड प्रेशर और तो और ये सब रोग एक-दुसरे से काफी हद तक जुड़े भी हैं, तो ये सब एक-दूसरे रोग को बढ़ावा भी देते हैं।
तो कुछ बातें अगर हम लोग अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेंगे तो इन रोगों के बचाव में काफी मददगार होंगी।
1) पार्क नहीं जा सकते, बाहर नहीं जा सकते पर घर की छत पर या घर के किसी लंबे खुले कमरे में थोड़ा सुबह-शाम यथासंभव चहलकदमी करें।
2) घर पर हैं और शारीरिक व्यायाम कम हो रहा है तो खाने में घी तेल थोड़ा कम लें और तला हुआ भोजन कम लें।
3) नारियल पानी, नारियल और फलों को रोज़ के भोजन में जगह दें।
4) जितना हो सके नमक, चीनी और मिठाई कम लें।
5) खाली बैठे सारा दिन कोरोना को पढ़, समझ, रट और गा रहे हैं हम सब मोबाइल की सहायता से। मानसिक अवसाद बढ़ रहा है। डर के मारे बुरे-बुरे ख्याल और बातें आ रही हैं मन में। तो क्यों ना टी वी की मदद से कोई अच्छी पिक्चर देखें। सुबह-सुबह आस्था और दिव्य चैनल पर भजन सुनें, माता वैष्णों के दरबार का, हरि मंदिर साहिब का सीधा प्रसारण देखें। घर में सब मिलकर लिड्डो, कैरम, ताश और अंताक्षरी खेलें और बचपन को याद करें। कोई शादी-फंक्शन की एल्बम या विडियो देखें। कोई अच्छी किताब पढ़ लें। नवरात्रि का समय है सुबह-शाम घर में मां की पुजा-आरती कर लें। ईश्वर के दिए मौके का सदुपयोग करके घर में सब को रोज़ एक घंटा गीता, रामायण, गुरु ग्रन्थ साहिब का पाठ और वेद-पुराण पढ़ कर सुने-सुनाएं। समय का सदुपयोग होगा , सेहत बेहतर होगी, अपने धर्म का ज्ञान बढ़ेगा और पुण्य अलग मिलेगा।
6) रोज सुबह या शाम कम से कम आधा घंटा, छत या बालकनी से सूर्य की धूप ग्रहण करें जो इन सब और बाकी रोगों से भी बचाव करेगी। कोरोना के डर से घर की खिड़कियाँ, रोशनदान और दरवाजे बहुत ज्यादा बंद ना रखें, घर में भी ताज़ा हवा और धूप को आने दीजिए।
7) अंतिम, पर सबसे जरूरी बात रात का भोजन सूर्यास्त के समय तक करके सोने से पहले एक कप हल्दी वाला दूध अवश्य पिएँ। रात जल्दी सोएं और सुबह जल्दी उठें। सबसे अवश्यक बात जितना भी पानी पहले पीते थे उस में कम से कम दो गिलास की बढ़ोतरी कर दें।

ये सब मेरे समान्य विचार हैं, कोई भी और बहन-भाई इसमें अपने विचार जोड़ सकता है।
DrRenu Verma Tiwari

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