जब शरीर के अंदर कोई जीवाणु या विषाणु घुसता है तो

#कोरोना_वायरस

#चार_वर्ण #मनुस्मृति


जब शरीर में कोई विषाणु या जीवाणु आता है तो चार बाते होती हैं ..और सबके साथ होती हैं । और जो भी बात वयष्टि में होती है वही समष्टि में होती है ।

वैज्ञानिक ( मेडिकल साईंस ) का आधार , जब आपके शरीर के अंदर कोई जीवाणु या विषाणु घुसता है तो . ....

t -helper , यह केमिकल्स को सूंघ कर शरीर के प्रतिरोधी क्षमता की सहायता करता है । सूंघना अर्थात् गंध , और पृथिवि का गुण , मनु स्मृति में “ गंध “ ही बताया गया है । इस t-Helper को आप मनु स्मृति के अनुसार सहायक ( शूद्र) कह सकते हैं ।

t-regulatory यह प्रतिरोधी क्षमता का नियम बनाने वाली संस्था होती है जिसे भगवान मनु ने वैश्य बताया था ।

t-killer जैसा की नाम से पता चल जाता है की प्रतिरोधी क्षमता को बचाने के लिए शरीर की यह व्यवस्था युद्घ करती है और भगवान मनु ने इसे ही क्षत्रिय बताया है।

t-memory और आए हुए विषाणु जीवाणु को याद रखने वाली संस्था को आज का मेडिकल साइंसेज़ t-memory कहता है और इसी मेधा शक्ति को भगवान मनु ने “ ब्राह्मण “ कहा है ।

और कई ट्रिलियन डॉलर खर्चा करके #WHO उस छुआछूत को अपनाने के लिए कह रहा है जो की सनातन धर्म का अंग था ।

कन्हैया मेवानी शेहला केजरी स्वरा इत्यादि को बुलाकर जाइए मनुस्मृति जलवाइए ..

स्रोत 

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