कानपुर में जय श्रीराम न बोलने पर पीटने की कहानी गुरुग्राम की तरह झूठी साबित हुई

इस मामले में एसपी साउथ रवीना त्यागी ने बताया, शुरुआती जांच में पता चला है कि पीड़ित और आरोपी एक साथ बैठकर शराब पी रहे थे. उसी दौरान किसी बात को लेकर विवाद हुआ और फिर मारपीट हुई... इस घटना के बाद पूरे शहर में मॉब लिंचिंग की अफवाह फैल गई थी. शहर में लोगों की जुबान पर ये फसाना था कि ऑटो वाले को 'जय श्रीराम' कहने को कहा. जब उसने मना किया तो उसपर हमला कर दिया गया. पर पुलिस की तफ्तीश में कुछ और ही सच्चाई सामने आई... 

Comments

Popular posts from this blog