पवित्र सावन के महीने में भूल कर भी ना करे ये 3 काम Never Do these Mistakes in Sawan- Saavn 2018

Brijnaari Sumi
Published on Jul 29, 2018

#1 #Trending शिव पूजन विधि
भगवान शंकर की पूजा के समय शुद्ध आसन पर बैठकर पहले आचमन करें। यज्ञोपवित धारण कर शरीर शुद्ध करें। तत्पश्चात आसन की शुद्धि करें। पूजन-सामग्री को यथास्थान रखकर रक्षादीप प्रज्ज्वलित कर अब स्वस्ति-पाठ करें।

स्वस्ति पाठ-
   स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवारू, स्वस्ति ना पूषा विश्ववेदारू, स्वस्ति न स्तारक्ष्यो अरिष्टनेमि स्वस्ति नो बृहस्पति र्दधातु।

 इसके बाद पूजन का संकल्प कर भगवान गणेश एवं गौरी-माता पार्वती का स्मरण कर पूजन करना चाहिए।

यदि आप रूद्राभिषेक, लघुरूद्र, महारूद्र आदि विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं, तब नवग्रह, कलश, षोडश-मात्रका का भी पूजन करना चाहिए।

   संकल्प करते हुए भगवान गणेश व माता पार्वती का पूजन करें फिर नन्दीश्वर, वीरभद्र, कार्तिकेय (स्त्रियां कार्तिकेय  का पूजन नहीं करें) एवं सर्प का संक्षिप्त पूजन करना चाहिए।

 इसके पश्चात हाथ में बिल्वपत्र एवं अक्षत लेकर भगवान शिव का ध्यान करें।

    भगवान शिव का ध्यान करने के बाद आसन, आचमन, स्नान, दही-स्नान, घी-स्नान, शहद-स्नान व शक्कर-स्नान कराएं।

   इसके बाद भगवान का एक साथ पंचामृत स्नान कराएं। फिर सुगंध-स्नान कराएं फिर शुद्ध स्नान कराएं।

अब भगवान शिव को वस्त्र चढ़ाएं। वस्त्र के बाद जनेऊ चढाएं। फिर सुगंध, इत्र, अक्षत, पुष्पमाला, बिल्वपत्र चढाएं।

   अब भगवान शिव को विविध प्रकार के फल चढ़ाएं। इसके पश्चात धूप-दीप जलाएं।

 हाथ धोकर भोलेनाथ को नैवेद्य लगाएं।

  नैवेद्य के बाद फल, पान-नारियल, दक्षिणा चढ़ाकर आरती करें। (जय शिव ओंकारा वाली शिव-आरती)

  इसके बाद क्षमा-याचना करें।

क्षमा मंत्र- आह्वानं ना जानामि, ना जानामि तवार्चनम, पूजाश्चैव न जानामि क्षम्यतां परमेश्वररू।

इस प्रकार संक्षिप्त पूजन करने से ही भगवान शिव प्रसन्न होकर सारे मनोरथ पूर्ण करेंगे। घर में पूरी श्रद्धा के साथ साधारण पूजन भी किया जाए तो भगवान शिव प्रसन्न हो जाते हैं

#Shiva
👉🏻जय माता दी बृजनारी परिवार ! सावन का पवित्र महीना शुरू हो चुका है ! पहला सोमवार ३० जलाई को है !
🌹🙏🏻सावन सोमवार सम्पूर्ण पूजा विधि के लिए Demo Video link दे रही हूँ ! जो भी जाना चाहते हैं किस प्रकार शिव जी की पूजा करनी है कृपया इस विडीओ को ध्यान से सुनें ! कोई प्रश्न होने पर रात ११ बजे online आऊँगी TB पूछ लें latest video पर ! ❤️🌹

https://youtu.be/ZAJvFQy3pIM

100 साल बाद सावन पर 5 बेहद खास संयोग, इस विधि से करेंगे पूजन तो मेहरबान रहेंगे शिव। सावन में सौ वर्षों बाद शनिवार का संयोग बन रहा है और इसी दिन अमावस्या भी पड़ रही है। यह संयोग हर सौ वर्ष में एक ही बार बनता है।
वैसे इस बार सावन में 5 सोमवार होने के चलते रोटक व्रत भी लगेगा। भोलेनाथ के भक्‍त जान लें कि सावन के महीने में 5 सोमवार के व्रत आने पर रोटक व्रत होता है और इसे पूरा करने वाले को भगवान श‍िव की खास कृपा मिलती है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, सावन के महीने में संपूर्ण सृष्‍ट‍ि का संचालन श‍िव जी के उग्र रूप रुद्र के हाथ में होता है। 2018 में 28 जुलाई से शुरू होने वाला सावन का महीना 26 अगस्‍त तक चलेगा। इसी द‍िन रक्षाबंधन का त्‍योहार भी मनाया जाएगा।

NOTE - Important Dates Sawan Month

27 जुलाई 2018: श्रावण मास शुरू, पहला दिन
28 जुलाई 2018: उदया तिथि में सावन का पहला दिन
29 जुलाई 2018: सावन का पहला सोमवार व्रत
30 अगस्त 2018: सावन सोमवार व्रत
11 अगस्त 2018: हरियाली अमावस्या
13 अगस्त 2018: सावन सोमवार व्रत और हरियाली तीज
20 अगस्त 2018: सावन सोमवार व्रत
26 अगस्त 2018: सावन माह का अंतिम दिन

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