भगवान हमारी पुकार क्यों नहीं सुनते हैं प्रभु तक हमारी फरयाद क्यों नहीं पहुंचती
भगवान तक हमारी फरयाद क्यों नहीं पहुंचती है परमात्मा हमारी पुकार क्यों नहीं सुनते हैं हमारी मनोकामना पूर्ति क्यों नहीं होती है जबकि हम विधिवत तरीके से पाठ पूजा करते हैं ध्यान करते हैं जाप करते हैं फिर भी हमारी मनोकामना पूर्ण नहीं होती है प्रभु हमारी पुकार नहीं सुनते हैं आखिर ऐसा क्यों होता है कि एक व्यक्ति तो पाठ पूजा करता है उपवास करता है उसकी पुकार सुन ली जाती है और दूसरा व्यक्ति जो दिल से पाठ पूजा कर रहा है उसकी पुकार नहीं सुनी जाती है आज इस वीडियो में बताएंगे कि ऐसा क्यों होता है इस बाबत हमारे ग्रंथ क्या कहते हैं इस बाबत उपनिषद क्या कहती है इन सब के बारे में यहां में विस्तार से चर्चा करने वाला हूं
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