क्या महर्षि उत्तंग ने श्री कृष्ण को श्राप दिया ? | KRISHNA MEET UTTANG RISHI 01 | विराट रूप दर्शन
I Can Spirit
Published on Jul 11, 2017
महर्षि उत्तंग को विराट रूप के दर्शन |
श्रीकृष्ण का उत्तंक मुनि के विश्वरूप का दर्शन कराना और मरुदेश में जल प्राप्त होने का वरदान देना
महाभारत के युद्ध में पांडवों की विजय प्राप्ति के उपरान्त श्रीकृष्ण अपने माता-पिता से मिलने द्वारिका जा रहे थे। मार्ग में उन्हें उत्तंक मुनि मिले। उत्तंग ऋषि ने कृष्ण को महाभारत युद्ध के बारेमे पूछा जब ये सुना की महाभारत युद्ध में सरे योद्धाओ की मृत्युं हुए यह जानकर कि युद्ध में इतना विध्वंस हुआ है, वे रुष्ट हो गये। मुनि को आशा थी कि, कृष्ण ने भाइयों में मेल करवा दिया होगा। वे कृष्ण को शाप देने के लिए उद्यत हुए पर कृष्ण ने उन्हें वस्तुस्थिति समझाकर, विप्र रूप के दर्शन करवाकर शान्त कर दिया। साथ ही वर दिया कि वे जब कभी कृष्ण को स्मरण करेंगे, उन्हें मरु प्रदेश में भी जल मिल जायेगा।
महाभारत के युद्ध और विनाश के बारे में जानते हुए; उत्तांग ऋषि कहते हैं कि वह युद्ध को रोका जा सकता था। इसके बजाय उन्हें सजा और अभिशाप मिलना चाहिए। अब वह शाप देने के लिए तैयार है।
Published on Jul 11, 2017
महर्षि उत्तंग को विराट रूप के दर्शन |
श्रीकृष्ण का उत्तंक मुनि के विश्वरूप का दर्शन कराना और मरुदेश में जल प्राप्त होने का वरदान देना
महाभारत के युद्ध में पांडवों की विजय प्राप्ति के उपरान्त श्रीकृष्ण अपने माता-पिता से मिलने द्वारिका जा रहे थे। मार्ग में उन्हें उत्तंक मुनि मिले। उत्तंग ऋषि ने कृष्ण को महाभारत युद्ध के बारेमे पूछा जब ये सुना की महाभारत युद्ध में सरे योद्धाओ की मृत्युं हुए यह जानकर कि युद्ध में इतना विध्वंस हुआ है, वे रुष्ट हो गये। मुनि को आशा थी कि, कृष्ण ने भाइयों में मेल करवा दिया होगा। वे कृष्ण को शाप देने के लिए उद्यत हुए पर कृष्ण ने उन्हें वस्तुस्थिति समझाकर, विप्र रूप के दर्शन करवाकर शान्त कर दिया। साथ ही वर दिया कि वे जब कभी कृष्ण को स्मरण करेंगे, उन्हें मरु प्रदेश में भी जल मिल जायेगा।
महाभारत के युद्ध और विनाश के बारे में जानते हुए; उत्तांग ऋषि कहते हैं कि वह युद्ध को रोका जा सकता था। इसके बजाय उन्हें सजा और अभिशाप मिलना चाहिए। अब वह शाप देने के लिए तैयार है।
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