Google marks freedom fighter and pioneer of the arts Kamaladevi Chattopadhyay's 115th birth anniversary with doodle
ET Online and Agencies|Updated: Apr 03, 2018, 02.57 PM IST
Born on 3 April 1903 in Mangalore, Chattopadhyay gradually emerged as one of the few feminist freedom fighters the country has seen. Even after India's independence in 1947, she continued to work for the refugees and also contributed to the cultural landscape.
Kamaladevi Chattopadhyay: 5 Facts About India's First Woman To Run For Legislative Office
गूगल ने डूडल बना कर कमलादेवी को किया याद, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा इनकी देन
कमलादेवी को पद्म भूषण (1955) और पद्म विभूषण (1987) समेत कई प्रतिष्िठत पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है.
ख़बर न्यूज़ डेस्क, Updated: 3 अप्रैल, 2018 4:01 PM
Kamaladevi Chattopadhyay: कमलादेवी चट्टोपाध्याय ने आजादी के बाद भारतीय हथकरघा और रंगमंच में नई जान फूंकने में अहम भूमिका निभाई. आज भारत में परफॉर्मिंग आर्ट से जुड़े कई संस्थान कमलादेवी के विजन का ही नतीजा हैं.
Google Doodle Kamaladevi Chattopadhyay: कमलादेवी चट्टोपाध्याय ने दिलाई थी हैंडीक्राफ्ट, हैंडलूम्स और थिएटर को पहचान
राजनीतिक चुनाव लड़ने वाली पहली महिला थीं कमलादेवी, गूगल ने बनाया डूडल
Kamaladevi Chattopadhyay: जानिए कौन थीं पद्म भूषण कमलादेवी चट्टोपाध्याय? फिल्मों के अलावा किया ये काम
Google Doodle celebrates activist and pioneer of the arts Kamaladevi Chattopadhyay
Comments
Post a Comment